रविवार, 4 सितंबर 2016

राजस्थान की महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं

राजस्थान के इतिहास की महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं
5000 ई. पू. कालीबंगा सभ्यता |
3500 ई. पू.  आहड़ सभ्यता |
600-1000 ई.पू. आर्य सभ्यता |
300-600 ई. पू. जनपद युग |
350-600 ई. गुप्त वंश का हस्तक्षेप |
छठीं व सातवीं शताब्दियाँ -- हूणों के आक्रमण, हूणों व गूजरों द्वारा राज्यों की स्थापना, हर्षवर्धन का हस्तक्षेप |
551 ई. वासदेव चौहान द्वारा सपादलक्ष ( वर्तमान सांभर) में चौहान राज्य की स्थापना |
628 ई. भीनमाल के ब्रह्मदत्त ने ब्रह्मस्फुट सिद्धांत की रचना की |
647 ई. हर्षवर्धन की मृत्यु |
728 ई.  बप्पा रावल द्वारा चित्तौड़ में मेवाड़ राज्य की स्थापना |
731 ई. अरबों का राजस्थान से सीधा संघर्ष प्रारंभ हुआ |
836 ई. मिहिर भोज का राज्यारोहण |
967 ई. कछवाहा वंश के धोलाराय द्वारा आमेर राज्य की स्थापना |
1018 ई.  महमूद गजनवी द्वारा प्रतिहार राज्य पर चढ़ाई व विजय |
1026 ई. महमूद गजनवी ने वाराह (जैसलमेर) पर हमला किया |
1031 ई. दिलवाड़ा में विमलशाह ने आदिनाथ मन्दिर का निर्माण करवाया |
1113 ई.  चौहान राजा अजयराज द्वारा अजमेर (अजयमेरु) की स्थापना |
1137 ई. कछवाहा वंश के दुलहराय ने ढूंढ़ाड़ राज्य की स्थापना की |
1153 ई. बीसलदेव दिल्ली को जीतकर भारत का प्रथम चौहान सम्राट बना |
1155 ई. राव जैसल ने जैसलमेर बसाया |
1156 ई. रावल जैसल द्वारा भाटी वंश की राजधानी लेद्रवा से जैसलमेर स्थानान्तरित |
1166 ई. पृथ्वीराज तृतीय चौहान का जन्म हुआ |
1177 ई. पृथ्वीराज तृतीय चौहान का राज्यारोहण हुआ |
1178 ई.  आबू के परमार नरेश धरणीवराह धारावर्ष ने मुहम्मद गौरी को पराजित किया |
1191 ई. तराइन का प्रथम युद्ध पृथ्वीराज एवं मुहम्मद गौरी के मध्य, पृथ्वीराज विजयी |
1192 ई. तराइन का द्वितीय युद्ध पृथ्वीराज व मुहम्मद गौरी के मध्य, पृथ्वीराज की हार |
1194 ई. कन्नौज का जयचन्द मुहम्मद गौरी से इटावा के पास चंदावर में पराजित हुआ |
1195 ई. मुहम्मद गौरी का बयाना पर आक्रमण |
1206 ई. दिल्ली सल्तनत की स्थापना हुई, कुतुबुद्दीन ऐबक का राज्यारोहण हुआ |
1207 ई. काकिलदेव द्वारा कछवाहा राजवंश की राजधानी आमेर में स्थापित |
1209 ई. कुतुबुद्दीन ऐबक का रणथम्भौर पर विफल आक्रमण |
1213 ई. मेवाड़ के सिंहासन पर जैतसिंह आरुढ़ |
1213 ई. अजमेर का सरस्वती मंदिर एक मस्जिद में परिवर्तित कर दिया गया जो अब अढ़ाई दिन का झोंपड़ा नाम से जाना जाता है |
1226 ई. कुतुबुद्दीन के गुलाम इल्तुतमिश की रणथम्भौर पर विजय |
1231 ई. दिलवाड़ा में तेजपाल व वस्तुपाल द्वारा नेमीनाथ मन्दिर का निर्माण |
1234 ई. राव जैतसिंह द्वारा इल्तुतमिश पर विजय |
1237 ई. राव जैतसिंह द्वारा सुल्तान बलबन पर विजय |
1282 ई. रणथम्भौर की गद्दी पर हम्मीर का राज्यारोहण |
1290 ई. हम्मीर द्वारा जलालुद्दीन का आक्रमण विफल |
1301 ई. हम्मीर द्वारा जलालुद्दीन के बेटे अलाउद्दीन खिलजी का आक्रमण विफल, षड़यंत्र द्वारा पराजित, रणथम्भौर किले पर तुर्कों का अधिकार |
1303 ई. राणा रतनसिंह, अलाउद्दीन खिलजी के हाथों परास्त | (26 अगस्त) रानी पद्मिनी का जौहर, चित्तौड़ पर खिलजी का अधिकार, चित्तौड़ का नाम परिवर्तित कर खिज्राबाद रखा |

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